Below are slogans for Shivatri (decent of the incorporeal God Shiv, the Supreme father of all Souls). Maha Shivratri is clebrated in India since ancient time as a remembrance of God's coming.
Here are slogans to imbibe in your own life and to inspire others. To download/print, here is the PDF version. Do SHARE this blog post to many in your connections.
शिवजयंती (शिवरात्रि) स्लोगन
सर्व पर्वो में पर्व महान
शिवजयंती है सर्व महान।
सव सत्यों में सत्य महान
शिव हैं गीता के भगवान।
शिवजयंती फिर से है आई
लाखों लाख मुबारके बधाई।
स्वयं शिव परमात्मा इस धरा पर आते हैं।
ब्रह्मा तन साकार ले सत्य ज्ञान सुनाते हैं।
शिव निराकार ज्योतिविन्द हैं।
सर्वगुणों में वे तो सिन्धु हैं।
शिव ज्ञान की गंगा बहाते
शिव धरा को स्वर्ग बनाते।
शिव में समाया संसार है,
शिव महिमा अपरंपार है।
शिव दुखहर्ता सुख कर्ता हैं,
शिव सर्व के मात-पिता भर्ता हैं।
शिव गति-सद्गति दाता हैं,
शिव भाग्यविधाता वरदाता हैं।
शिव मानव को देव बनाते,
शिव धरा को स्वर्ग बनाते।
शिव काल के पंजे से छुड़ाने वाले हैं।
शिव जीवन नैया पार लगाने वाले हैं।
शिव का हुआ है धरा पर आगमन
करो अब अज्ञान निद्रा से जागरण।
भारत भू पर शिव पधारे
भर लो भाग्य के भण्डारे।
शिव को जानो, पहचानो, उनसे योग लगा लो
शिव बहा रहे ज्ञान-गंगा, खुद को पावन वना लो ।
जीवन नैया कर दे शिव के हवाले
जैसे वो चाहे वैसे इसको संभाले ।
शिव सबके भाग्य जगाते
शिव से जोड़ लो दिल के नाते ।
इस शिवरात्रि पर रहो नशे से दूर
शिव कर देंगे सुख-शान्ति से भरपूर ।
आज शिवमय है धरा और शिवमय है गगन
शिवमय हुई दिशायें, शिवमय हर इक मन ।
नशे की आदत है गर कोई बीड़ी, शराब, गुटखा, पान यही तो अक धतूरे हैं।
कर दें इन्हें शिव को दान
तभी इस शिवरात्रि पर पायेंगे भोलेनाथ से वरदान।
अज्ञान अंधेरा मन का हटाकर
ज्ञान का दीपक जलायें
खुद को जानें
शिव को पहचानें
तब सच्ची शिवरात्रि मनायें
शिव तो निराकार ज्योतिबिन्दुस्वरूप
नहीं उनका देह का रूप
फिर क्यों ये इल्जाम लगाया है।
शिव ने भांग धतूरा खाया है।
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