Hindi poem for Purusharth - शब्दों का चुनाव (Selection of Words). Humare Bol (shabd) kaise ho?
* शब्दों का चुनाव *
अपनी वाणी में शब्दों का ठीक से करो चुनाव
व्यर्थ के वाद विवाद से कर लो अपना बचाव
गलत शब्द कभी कभी ऐसा बाण बन जाता
ना जाने कितने दिलों को ये आहत कर जाता
मामूली सी बात पर हो जाते अपने भी पराए
घर भी उजड़ जाते जो थे प्यार से बसे बसाए
टूट जाते रिश्ते नाते और खत्म हो जाता प्यार
उदासी आती जीवन में नहीं सुहाता ये संसार
रोग नहीं ये महारोग इसका कर लो समाधान
करो खुद का सुधार करके आत्म अनुसन्धान
भूले से भी ना हो किसी का शब्दों से अपमान
वाणी मीठी रखकर सबको देते जाओ सम्मान
शब्द वही अनमोल जो लाए जीवन में मुस्कान
जो नफरत का मिटा दे दुनिया से नाम निशान
प्यार भरे मीठे बोल ही जीवन को सुखी बनाते
वसुधैव कुटुम्बकम् का साकार रूप दिखलाते
*ॐ शांति*
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