ब्रह्मा कुमार-कुमारियों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश * Guidelines (divine rules) to follow in Hindi. Here are Day-to-Day life rules to be followed by surrendered Brahma Kumari and Brahma-Kumar (Godly students).
यह सभी ब्रह्माकुमार व कुमारी के प्रति ही नहीं, लेकिन सभी आत्माओ के प्रति सुबह भावना पूर्वक परमपिता शिव बाबा की और से विशेष वर्तमान समय अनुसार यह गाइडलाइन्स दे रहे है।
आशा है आप इसके अनुसार अपने जीवन में परिवर्तन लाएंगे। सभी को SHARE जरूर करे।
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Rules in Hindi
1. अपने दिन का आरम्भ परमात्मा की याद से करें अमृतवेला योग तथा नुमाशाम योग कभी मिस न करें। 24 घंटे मे कम से कम 4 घंटे याद मे रहने का पुरूषार्थ अवश्य करें। समय की समीपता को देखते हुए याद का पुरूषार्थ अति आवश्यक है । Use: RajYog resources 2. प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट मौन का अभ्यास करें। मौन की शक्ति का विशेष अनुभव करें । 3. प्रति दिन ईश्वरीय ग्यान की मुरली अवश्य सुनें अथवा पढ़े तथा अपना अमूल्य समय ग्यान के मनन चिन्तन मे व्यतीत करें। Refer: What is Murli? 4. सम्पर्क संबंध मे आने वाली आत्माओं के साथ परमात्म-ज्ञान संबंधी चर्चा करें। सभी को ज्ञान-दान अवश्य देना है। 5. प्रतिदिन शुद्ध भोजन व शुद्ध जल का प्रयोग करें । Refer: Yogi's Diet (article) 6. प्रतिदिन कम से कम तीन लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करें। खुशियों का प्रभू प्रसाद सबको बांटे । 7. व्यर्थ बातों मे अपनी ऊर्जा व्यर्थ न गँवाए । 8. अतीत की परेशानियों को भूल जायें। अतीत की गलतियों को अपने साथियों को याद न दिलायें। अतीत के कारण अपना वर्तमान नष्ट न करें । 9. अनुभव कीजिये कि जीवन एक पाठशाला है और आप यहां सीखने के लिये आये हैं, जो समस्याएं आप यहाँ देखते हैं, वे पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं । 10. परमात्मा की याद मे भोजन बनाएं तथा परमात्मा शिव पिता को भोग स्वीकार कराने के पश्चात परमात्मा की याद मे भोजन स्वीकार करें। इससे आत्मा को विशेष शक्ति का अनुभव होगा । 11. दूसरों से ईर्ष्या व घृणा करने में अपना समय व ऊर्जा बर्बाद न करें। सर्व आत्माओं को अपना समझे और उनकी कमजोरियों पर ध्यान न दें बल्कि उनको अपना स्नेह व सहयोग देकर उनकी कमियों को मिटाने का प्रयास करें । 12. आपको जितना समय मिले उसे परमात्मा की याद मे , स्व पुरूषार्थ मे तथा सेवा मे सफल करें। Refer: Four Subjets 13. अपने जीवन की तुलना दूसरों से न करें। आप विशेष आत्मा हैं। आपको विशेष पार्ट मिला है अतः अपने पार्ट पर ध्यान देकर अपना भाग्य बनाएँ। 14. भूल होने पर तुरंत शिवबाबा से क्षमा माँगे तथा आगे के लिए कभी भूल न करने की प्रतिज्ञा करें । 15. बाप समान क्षमाशील बन भूल करने वालों को क्षमा करना।
16. समय का सदुपयोग करना है... समय गंवाना अर्थात अपना भाग्य गंवाना अतः समय के एक एक क्षण का महत्व समझना है। Class: समय का महत्व 17. समस्या स्वरूप नही समाधान स्वरूप बनें। हर समस्या को शांति पूर्वक सुलझाने का प्रयास करना है। परिस्थिति आने पर तंग नही होना है ।
18. स्व प्रसंशा की इच्छा कभी नही रखनी है बल्कि दूसरों की प्रसंशा कर उन्हें आगे बढ़ाना है। निस्वार्थ भाव से सेवा करनी है । प्रतिदिन परमात्मा का दिल से धन्यवाद अवश्य करें । * ओम शांति *
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