Hindi Poem from today's murli. Aaj ki gyan murli se ek Kavita 29 Jan 2019. This poem is daily written on day's murli by BK Mukesh (Rajasthan). To read more Hindi poems written, visit Murli Poems page.
* मुरली कविता दिनांक 29.1.2019 *
*मुरली कविता दिनांक 29.1.2019*
शान्ति और सुख के टावर में बच्चों तुम्हें चलना
इसीलिए अपना स्वभाव और कैरेक्टर बदलना
ईश्वरीय ज्ञान का तुम विचार सागर मंथन करना
बुद्धि को बाप से जोड़कर रिफ्रेश अनुभव करना
जितना खुद को रिफ्रेश अनुभव करते जाओगे
अथक रूप से औरों की तुम सेवा कर पाओगे
अच्छी तरह पुरुषार्थ करके स्कॉलरशिप पाना
टीचर बनकर औरों को भी राजयोग सिखाना
गाइड बनकर सबको घर का रास्ता बतलाना
प्रतिज्ञा करने के बाद काम की चोट ना खाना
दिल से बाबा कहते ही हजूर हाजिर हो जाता
स्मृति में रहने वालों का बाप भी साथ निभाता
ऐसे बच्चे ही बाप के साथ कम्बाइन्ड हो जाते
बाप के संग बच्चे भी विशेष पार्टधारी कहलाते
पुरानी दुनिया में खुद को समझो तुम मेहमान
पुराने संस्कारों को भगाना होगा तभी आसान
*ॐ शांति*
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