Aaj ki Murli ka Saar - Today's Murli essence in Hindi. आज की मुरली का सार 8 June 2019. You can also listen today's murli (in Hindi & English)
"मीठे बच्चे - याद और पढ़ाई से ही डबल ताज मिलेगा, इसलिए अपनी एम ऑबजेक्ट को सामने रख दैवीगुण धारण करो''
Q- विश्व रचयिता बाप तुम बच्चों की कौन-सी खिदमत (सेवा) करते हैं?
A - 1. बच्चों को बेहद का वर्सा दे सुखी बनाना, यह खिदमत है। बाप जैसी निष्काम सेवा कोई कर नहीं सकता।
2. बेहद का बाप किराये पर तख्त लेकर तुम्हें विश्व का तख्त नशीन बना देते हैं। खुद ताउसी तख्त पर नहीं बैठते लेकिन बच्चों को ताउसी तख्त पर बिठाते हैं। बाप के तो जड़ मन्दिर बनाते, उसमें उन्हें क्या टेस्ट आयेगा। मजा तो बच्चों को है जो स्वर्ग का राज्य-भाग्य लेते हैं।
Dharna
1) इस दु:खधाम से बुद्धियोग निकाल नई दुनिया स्थापन करने वाले बाप को याद करना है, सतोप्रधान बनना है।-----
2) बाप समान प्रेम का सागर, शान्ति और सुख का सागर बनना है। कर्म, अकर्म और विकर्म की गति को जान सदा श्रेष्ठ कर्म करने हैं।
Vardaan
कैसे भी वायुमण्डल में मन-बुद्धि को सेकण्ड में एकाग्र करने वाले सर्वशक्ति सम्पन्न भव-----
बापदादा ने सभी बच्चों को सर्वशक्तियां वर्से में दी हैं। याद की शक्ति का अर्थ है - मन-बुद्धि को जहाँ लगाना चाहो वहाँ लग जाए। कैसे भी वायुमण्डल के बीच अपने मन-बुद्धि को सेकण्ड में एकाग्र कर लो। परिस्थिति हलचल की हो, वायुमण्डल तमोगुणी हो, माया अपना बनाने का प्रयत्न कर रही हो फिर भी सेकण्ड में एकाग्र हो जाओ - ऐसी कन्ट्रोलिंग पावर हो तब कहेंगे सर्वशक्ति सम्पन्न।
Slogan
विश्व कल्याण की जिम्मेवारी और पवित्रता की लाइट का ताज पहनने वाले ही डबल ताजधारी बनते हैं।
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