Aaj ki Gyan Murli se Ek Kavita - 6 March 2019. आज की मुरली से कविता. This is poem from today's baba's murli. To access old murli poems and more, visit the Daily Murli Poems page.
* मुरली कविता दिनांक 7.3.2019 *
सतोप्रधान बनने के लिए बाप से योग लगाओ
योग करने के लिए एकान्तवास को अपनाओ
जो कुछ भी है पास तुम्हारे उसको तुम भुलाओ
अपने तन मन धन को ईश्वरीय सेवा में लगाओ
अपनी याद को तुम बाप की याद से मिलाओ
बाप से करण्ट पाकर अपनी आयु को बढ़ाओ
भोर में बाप को याद करके सर्च लाइट पाओ
सबको याद का बल देकर मददगार बन जाओ
अपना सबकुछ बाप पर कर देना तुम कुर्बान
योगबल से मिटाओ देहभान का नाम निशान
तेरे मेरे की हलचल को मन बुद्धि से मिटाओ
रहम का भाव जगाकर मर्सीफुल बन जाओ
व्यर्थ संकल्प की हथौड़ी उपयोग में ना लाओ
हाई जम्प से विघ्नों का पहाड़ पार कर जाओ
*ॐ शांति *
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