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28 March 2019 आज की मुरली से कविता (Today Murli Poem)


Aaj ki Gyan Murli se Ek Kavita - 28 March 2019. आज की मुरली से कविता. This is poem from today's baba's murli. To access old murli poems and more, visit the Daily Murli Poems page.

Murli poems w

* मुरली कविता दिनांक 28.3.2019 *

कांटो के जंगल को बाप फूलों का बगीचा बनाते

नम्बर वन फैमिली प्लानिंग की विधि सिखलाते

फैमिली प्लानिंग का श्रेष्ठ शास्त्र गीता कहलाती

काम विकार पर जीत पाना गीता ही सिखलाती

केवल गीता ज्ञान ही पतित फैमिली को मिटाता

संसार को पावन फैमिली गीता का ज्ञान बनाता

बाप के प्लान से होता कांटों का जंगल खलास

सतयुगी बगीचे में हो जाता सुख शांति का वास

अपनी अवस्था को तुम एकरस अडोल बनाओ

किसी के भी नाम रूप में खुद को नहीं फंसाओ

भाई-भाई की भावना से दृष्टि को पावन बनाओ

रूहानी रूहाब जगाकर औरों को ज्ञान सुनाओ

बाप के प्यार के लिए रूहानी धंधे को अपनाओ

आसुरी निंद्रा में सोई हुई आत्माओं को जगाओ

बालक सो मालिकपन की स्मृति मन में जगाओ

स्वराज्य अधिकारी बन सर्व कर्मेन्द्रियाँ चलाओ

मनमनाभव के मंत्र को जीवन का अंग बनाओ

व्यर्थ से मुक्त होकर खजानों का अनुभव पाओ

परमात्म प्यार का झूला तुम सदा झूलते जाओ

उड़ती कला की मौज मनाकर श्रेष्ठ भाग्य पाओ

* ॐ शांति *

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