Hindi Poem from today's murli. Aaj ki gyan murli se ek Kavita 19 Feb 2019. This poem is daily written on day's murli by Brahma Kumar (BK) Mukesh (from Rajasthan). To read more Hindi poems written, visit Murli Poems page.
* मुरली कविता दिनांक 19.2.2019 *
सर्वोत्तम ये पढ़ाई पढ़कर तुम कमाई करते चलो
पास होना है तो शिक्षक की मत पर चलते चलो
नम्बरवार ही सब बच्चे सतोप्रधान अवस्था पाते
ये जानकर भी हम बच्चों को बाप यही समझाते
श्रेष्ठ पुरुषार्थ करके खुद को सजाओं से बचाओ
बहुत प्यार से अपने बाप को याद करते जाओ
बाप को याद करते रहने से खुशी बढ़ती जाएगी
आत्मा तमोप्रधान से सतोप्रधान बनती जायेगी
भगवान हुआ है मेहरबान ये मन में नशा चढ़ाओ
अनमोल पढ़ाई पढ़कर तुम कमाई करते जाओ
बेहद खुशी का अनुभव तुम करना और कराना
याद में रहकर खुद को सतोप्रधान जरूर बनाना
विश्व की सर्व आत्माओं के तुम बच्चे हो आधार
आपकी श्रेष्ठ वृत्ति से वातावरण में होता सुधार
पवित्र दृष्टि से आप ही प्रकृति को पावन बनाते
अपने श्रेष्ठ कर्मों से दुनिया को श्रेष्ठाचारी बनाते
संगम पर जब इतनी बड़ी जिम्मेवारी निभाते हो
तभी भविष्य की राजाई का ताज तख्त पाते हो
अपना साथी है जब खुद सर्वशक्तिमान भगवान
हमें रोक ना पाएंगे आने वाले विघ्नों के तूफान
*ॐ शांति*
---- Useful links ----
Videos Gallery - YouTube playlist
.
Comments