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प्यार की दुनिया बनाओ
बिंदू रूप बनकर, बिखेरते रहो रूहानी मुस्कान
अपनी दिव्यता से, देते जाओ खुद की पहचान
देख ले कोई भी हमें, तो भूल जाए अपना तन
स्पष्ट याद आ जाए उसे, अपना निराकारी वतन
विकारों की अग्नि मिट जाए, शांति का हो राज
बजे सदा चैन की बंसी, और बजे सुख का साज
कितना हो नाराज कोई भी, देना है सबको प्यार
नफरत को त्यागकर बनो, प्यार देने में होशियार
सीख लिया है आसानी से, हमने चाँद पर जाना
आओ सीख लें दुश्मन को, अपना दोस्त बनाना
करते रहें प्यार सभी को, चाहे जाए अपनी जान
प्यार लुटाएं बनकर, प्यार के सागर की सन्तान
किसी भी हालात में चाहे, बीते अपनी जिन्दगी
सबको प्यार बाँटना हो, खुदा की सच्ची बन्दगी
प्रभु प्यार लुटाएंगे हम, अवगुण सबके भुलाकर
चैन से सांस लेंगे हम, प्यार की दुनिया बनाकर ||
" ॐ शांति "
𝐀𝐮𝐭𝐡𝐨𝐫: BK Mukesh Modi
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