In this post, we have answered in Hindi on the titled topic: "RajYog aur Atma anubhuti ka connection"
Q: Amta me dhyan kendrit karte hi ankhon mai jalan aur sara din sar bhari rehta hai, iska upaay kya honga? Please help...
Answer: राजयोग (शिव बाबा को याद करने की विधि का नाम) अभ्यास में practise जरूर चाहिए। मन को ज्यादा pressure नहीं देना चाहिए। यह याद (योग) तो easy और natural होना चाहिए। जैसे की आप अपने सगे सम्बन्धी को शरीर के साथ याद करते है। वैसे ही यह हमारा रूहानी बाप (𝕤𝕡𝕚𝕣𝕚𝕥𝕦𝕒𝕝 𝕗𝕒𝕥𝕙𝕖𝕣) है, तो उनका कोई आकार (शरीर) नहीं है।
⭐इसलिए परम-ज्योति स्वरुप को ही याद किया जाता है। क्युकी उनकी ज्योति हम आत्मा की ज्योति के मुकाबले bright है, अर्थात ज़्यादा powerful है। तो जब हम परम-आत्मा (शिव बाबा) को याद करते है, तो उनकी power हम आत्मा में transfer होती रेहती है। समझा !
🌹 योग (meditation) का पेहले part जैसे की आप अब समझते हो >> स्वयं को आत्मा देखना, मेहसूस करना है। स्वयं को 'आत्मा' जब समझेंगे और अनुभव करेंगे, तभी तो आत्मा का बाप (father) > उनकी याद naturally आएँगी। तभी तो spiritual connection जुड़ेगा और बाप से light और might मिलेंगी।
🍀इसमें practise चाहिए >> imagination/visualisation power चाहिए। और visual कैसे करना है, यह आप हमारे बनाये हुए कई animation videos को देखकर समज सकते है।
✱ Selected Videos for You ✱
१. आत्मा की पेहचान (clip)
https://www.youtube.com/watch?v=AEK5tSn-QH4
२. समय के राज़ (short film)
https://www.youtube.com/watch?v=xXqT8TH-fM8
३. Meeting God (beautiful animation)
https://www.youtube.com/watch?v=AWcMMmNufac
४. Satyug music (with scenes)
https://www.youtube.com/watch?v=Ww_huA0Rwg0
☝️ऊपर दिए गए सभी videos जरूर देखना।
नमस्ते
𝐵𝓁𝑒𝓈𝓈𝒾𝓃𝑔𝓈..
Oᑎ GOᗪᒪY SEᖇᐯIᑕE,
𝕸𝖆𝖓𝖆𝖌𝖊𝖗, 𝕾𝖆𝖒𝖆𝖉𝖍𝖆𝖓, 𝕾𝕭𝕾𝕴