यहाँ आप पढ़े - शिव बाबा के यज्ञ की कुछ महान आत्माओ की जीवन कहानी।
ब्रह्मा बाबा, जगदम्बा सरस्वती (मम्मा), दादी प्रकाशमणी, दादी जानकी, दादी गुलज़ार, दादी रतन मोहिनी, शिवानी दीदी और सूरज भाई।
टिप्पणी: निचे निम्नलिखित यज्ञ की महान आत्माए है। लेकिन इनके अतिरिक्त बहुत आत्माए है जिनकी जीवनी यहाँ नहीं लिखी लेकिन परमात्मा के इस यज्ञ में उनका बड़ा योगदान है।
प्रजापिता ब्रह्मा बाबा
परमात्मा का रथ (भागीरथ) - आदम
बाबा के यज्ञ के 5 चमकते हीरे जो नयी दुनिया को लाने के निमित बने।
जगदम्बा सरस्वती (मम्मा)
श्रेष्ठ और सबसे गुणवान आत्मा - इव
दादी प्रकाशमणी (कुमारका)
बड़ी दादी - प्रकाश की एक मणि
दादी जानकी (जनक)
मीठी दादी - बेफिकर जनक बादशाह
दादी रतन मोहिनी
सदा संतुष्ट और चमकता रतन
बी.के शिवानी बेहेन
शिव की वाणी - शांति मूरत
दीदी मनमोहिनी जी
बड़ी दादी - प्रकाश की एक मणि
दादी गुलज़ार (ह्रदय मोहिनी)
रूहानी फूल - अव्यक्त बापदादा का रथ
बी.के.जयंती बहेन
सदा संतुष्ट और चमकता रतन
बी.के. सूरज भाई
ज्ञान का चैतन्य सूरज - बापदादा का लाडला
स्वीकृति
हम यज्ञ के आदि रतनो को स्नेह से याद करते है। यज्ञ में उनका योगदान सराहनीय है। हम सभी आदि रत्नो की जीवनी तो नहीं लिख सकते, लेकिन कुछ के नाम लिखे है। दादी (चंद्रमणी, शान्तामणी, हृदयपुष्पा, ब्रिज-पुष्पा, ब्रिज-इंद्रा, आदि), व दादा (आनंद किशोर, विश्व किशोर), व अन्य मुख्य भाई बहने जैसे की जगदीश भाई, निरवैर भाई, आदि...